चमोली आपदा में पीड़ित परिवार के मसीहा बने सोनू सूद, पिता को खोने वाली 4 बच्चियों को लिया गोद
संवाद न्यूज़ डेस्क
Chamoli disaster: लॉकडाउन में जरूरतमंदों लोगों के मसीहा बने बॉलीवुड अभिनेता सोनू सूद (Sonu Sood) अब चमोली आपदा के पीड़ित परिवार का सहारा बने हैं। वो आपदा में मारे गए इलेक्ट्रीशियन आलम सिंह की चारों बच्चियों की परवरिश की जिम्मेदारी उठाएंगे।
उत्तराखंड के चमोली (Chamoli disaster) के रैणी गांव में आई जलप्रलय ने चंद पलों के भीतर सैकड़ों लोगों की जिंदगी तबाह कर दी। यहां हर दिन मलबे के नीचे दबे हुए शव मिल रहे हैं, जिनकी पहचान करना भी बहुत मुश्किल हो रहा हैं, इस आपदा ने कई घरों के इकलौते चिराग बुझा दिए,
आपदा में मारे गए लोगों के परिजनों के सामने अब कई बड़ी समस्याएँ आकर खड़ी हो गई हैं। दुख की इस घड़ी में सरकार-प्रशासन इनकी मदद के लिए हर जरूरी प्रयास कर रहे हैं, अब लॉकडाउन में देश के गरीब-प्रवासी मजदूरों के सच्चे हीरो अभिनेता सोनू सूद भी आपदा प्रभावितों की मदद के लिए आगे आए हैं। उन्होंने आपदा में पिता को खोने वाली 4 बच्चियों को गोद लेने का ऐलान किया है।
सोनू सूद तपोवन आपदा से पीड़ित परिवार का सहारा बने हैं। उन्होंने टिहरी जिले की दोगी पट्टी के एक पीड़ित परिवार की चार बेटियों को गोद लिया है। चमोली आपदा में मारे गए आलम सिंह की चारों बेटियों की सारी जिम्मेदारी अभिनेता सोनू सूद ने अपने कंधों पर ली है।
दरअसल 45 वर्षीय आलम सिंह विष्णुगाड जल विद्युत परियोजना से जुड़ी ऋत्विक कंपनी में इलेक्ट्रीशयन के पद पर कार्यरत थे। जल प्रलय के दिन आलम सिंह परियोजना की टनल के भीतर काम करने गए थे, लेकिन उसके बाद लौटे नहीं। आठ दिन बाद मलबे में दबा उनका शव मिला तो परिवार पर मानो दुख का पहाड़ टूट आया। इकलौते कमाऊ सदस्य की असमय मौत से उनकी पत्नी के कंधों पर अपनी और चार मासूम बच्चों आंचल ,अंतरा, काजल व दो वर्षीय अनन्या की जिम्मेदारी का बोझ आ गया। लेकिन अब सोनू सूद ने उनके परिवार के हर एक खर्च को उठाने की जिम्मेदारी ली हैं.